व्यंग्य-अमृत काल में मिल रहा है सिंघम न्याय: राजेंद्र शर्मा
लगता है कि इन न्यायाधीश लोगों की सुई अमृत काल से पहले वाले काल पर ही अटकी हुई है. तभी तो अमृत काल में भी पुराने वाला न्याय ही चलाना चाहते हैं. नये टैम को नये न्याय की जरूरत है, इस पहचानने और मानने के लिए तैयार ही नहीं हैं. वर्ना बताइए, बंबई हाई कोर्ट … Read more