BY- THE FIRE TEAM
आज करीब 3 बजकर 40 मिनट पे जम्मू कश्मीर के पुलवामा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पे हमला कर दिया जिसमें लगभग 26 जवान शहीद हो गए और 40 गंभीर रूप से घायल हो गए।
सीआरपीएफ की तीन बटालियन 35, 54 और 179 आज पुलवामा के गोरिपोरा इलाके से गुजर रही थी जिसमे 70 गाड़ियों में 2500 जवान मौजूद थे।
सीआरपीएफ की गाड़ियां जब हाईवे से गुजर रही थी तभी वहां पहले से मौजूद कार को सीआरपीएफ की गाड़ियों से टकरा दिया गया, कार के टकराते ही जोरदार धमाका हुआ जिससे सेना की गाड़ियों के चिथड़े उड़ गये, इसके साथ कई और गाड़िया भी चपेट में आ गयी। पुलिस के मुताबिक कार आईईडी(IED) से भरी थी।
जब कुछ जवानों ने बचने की कोशिश की, तो आतंकियों ने उनपर फायरिंग कर दी और फरार हो गए। इस आतंकी हमले में करीब 50 से ज्यादा जवानों को गोली लगी।
जैश-ए-मोहम्मद ने जो कि कश्मीर का एक आतंकी संगठन है इस घटना की जिम्मेदारी ली है। हमले के तुरंत बाद ही दक्षिण कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया ओर साथ ही सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ की नई कंपनियां लगा दी गयी।
खुफिया एजेंसियों ने 8 फरवरी को सुरक्षा बलों को अलर्ट जारी किया था कि आईईडी ब्लास्ट हो सकता है। कहा गया था कि सुरक्षा बलों के आने जाने वाले रास्ते पे ब्लास्ट हो सकता है, और अलर्ट के एक हफ्ते बाद ही धमाका हो गया।
यह आतंकी हमला उड़ी में हुए आतंकी हमले से भी बड़ा है, जिसमे 19 जवान शहीद हुए थे और 4 आतंकी भी मारे गए थे। लेकिन इस हमले में अबतक 26 जवान शहीद हो चुके है।
जैश-ए-मोहम्मद के प्रवक्ता ने घाटी के न्यूज़ चैनलों को दिए बयान में कहा कि इस आतंकी हमले को अंजाम उसके ही संगठन ने दिया है। हमले के लिए जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया, उसे चलाने वाले का नाम आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो है और वो पुलवामा के गुंडी बाग का रहने वाला है।
बताते चले कि भारी बर्फबारी के चलते श्रीनगर जम्मू कश्मीर नेशनल हाइवे बंद कर दिया गया था जिसे 13 फरवरी को ही खोल गया था। और इसी हाईवे पर घात लगाकर आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पे हमला किया है।