‘टाइम मैगजीन’ ने अपने कवर पेज पर किसान आंदोलन में शामिल महिलाओं को दिया जगह

केंद्र सरकार के द्वारा पारित किए गए ‘किसान बिल’ के विरोध में पिछले 100 दिनों से किसान धरनारत हैं. इस विरोध प्रदर्शन में पुरुषों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दे रही हैं.

सरकार और किसानों के बीच कृषि बिल से संबंधित विवादास्पद बिंदुओं पर बैठक भी हुई किंतु कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकल सका है.

 

किसान अब इस मांग पर अड़े हुए हैं कि जब तक सरकार कृषि बिल को पूरी तरीके से वापस नहीं ले लेगी तब तक वह अपना धरना खत्म नहीं करेंगे.

आपको बताते चलें कि भारतीय किसान यूनियन के बड़े नेता राकेश टिकैत इन किसानों के अलग-अलग समूहों को नेतृत्व देने का कार्य कर रहे हैं.

TIME Magazine cover features women at the frontline of farmers' protests

टाइम मैगजीन का अगर तथ्य रखे तो इस अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ने अपने कवर पेज पर पुरुष किसानों के साथ विरोध में शामिल महिलाओं को जगह देते हुए टैगलाइन लिखा है कि-

“मुझे डराया नहीं जा सकता और मुझे खरीदा नहीं जा सकता.” इस तस्वीर में महिलाओं के साथ छोटे-छोटे बच्चों को भी दर्शाया गया है जहां यह महिलाएं बच्चों को गोद में उठाकर नारेबाजी करती हुई नजर आ रही हैं.

यह बहुत ही संवेदनशील मामला बन चुका है क्योंकि भीषण ठंड में शुरू हुए किसान आंदोलन में अब तक 100 से अधिक किसानों की मौतें हो चुकी हैं.

दुखद पहलू यह है कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में भी मृत किसानों के पक्ष में कोई सहानुभूति तक व्यक्त नहीं किया, सिर्फ सरकार की तरफ से

इन किसानों को केवल आश्वासन ही दिया गया जिसे इन किसानों ने सिरे से खारिज कर दिया है.

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!