प्राप्त जानकारी के अनुसार उइगर मुस्लिमों के संबंध में जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए चीन द्वारा अपनाई गई नीति सफल होती नजर आ रही है.
हालांकि विगत वर्षों में इस समुदाय के विरुद्ध जो भी हिंसक घटनाएं घटी हैं जैसे जबरन नसबंदी, नरसंहार आदि आरोपों को चीन अभी भी मानने को तैयार नहीं है.
'I felt sorry to see the killing of a small baby but I never fully realised its damage to the nation'
A doctor has told @emmamurphyitv of how she feels 'such regret' of her former job in China https://t.co/n135XfZWI2 pic.twitter.com/TNe7QH2zEH
— ITV News (@itvnews) September 2, 2020
ऐसा बताया जा रहा है कि चीन ने पश्चिमी क्षेत्र में अधिकारियों द्वारा जबरन नसबंदी और नरसंहार की रिपोर्ट को एक सिरे से खारिज कर दिया है.
इस विषय में चीन का कहना है कि वर्ष 2017 से ही परिवार नियोजन नीति को व्यवस्थित ढंग से लागू करने का परिणाम है कि यहां जनसंख्या नियंत्रण संभव हो पाया है.
वर्ष 2018 में यदि उइगर समुदाय के जन्म दर का आंकड़ा देखा जाए तो यह 1000 लोगों पर 10.69% रहा है जबकि 2017 में यह 15.77% थी.
आपको यहां बता दें कि चीन के ऊपर अकसर ही इसके शिंजियांग प्रांत में व्यापक मानव अधिकारों के हनन का आरोप लगता रहा है. ऐसा भी माना जाता है कि 20 लाख से अधिक उइगर मुस्लिमों को इस क्षेत्र में हिरासत में रखा गया है.
कौन है उइगर मुस्लिम समुदाय?
इस्लाम धर्म को मानने वाला नृजातीय समूह है जो चीन के पश्चिम भाग के शिजियांग में रहते हैं. चीन की सीमा मध्य एशिया के मंगोलिया, रसिया, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान और भारत से लगती है और यहीं पर बड़ी संख्या में यह समुदाय निवास करता है. इनकी अर्थव्यवस्था मुख्यत: कृषि और व्यापार पर टिकी है.