BY- THE FIRE TEAM
जीडीपी के आंकड़ों पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि जब बेरोजगारी की दर 45 साल में सर्वाधिक है तब अर्थव्यवस्था की वृद्धि सात फीसदी कैसे हो रही है?
चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा ‘‘नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने पूछा ‘रोजगार के बिना, कोई देश औसत सात फीसदी की दर से कैसे वृद्धि कर सकता है ? ’ यही सवाल हमारा भी है। जब 45 साल में बेरोजगारी सर्वाधिक है, तो हम इस बात पर कैसे भरोसा कर लें कि अर्थव्यवस्था सात फीसदी की दर से वृद्धि कर रही है।’’
वर्ष 1972-73 में इससे पहले बेरोजगारी दर सबसे अधिक थी और अब 45 साल बाद फिर से लगभग वही स्थिति आ गयी है।
चिदंबरम ने एक ओर ट्वीट में कहा, ‘‘मोदी सरकार ने जीडीपी की वृद्धि के आंकड़ों की समीक्षा की। सरकार को यह अहसास ही नहीं हुआ कि बेरोजगारी के आंकड़ों की भी समीक्षा की जाती है।’’
नीति आयोग के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बृहस्पतिवार को आनन फानन में संवाददाता सम्मेलन बुलाकर कहा कि, “अखबार में जिस रिपोर्ट का हवाला दिया गया है उसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है बल्कि वह एक मसौदा रिपोर्ट है।’’
चिदंबरम ने नोटबंदी के बावजूद उच्च वृद्धि होने के सरकार के दावों पर भी हमला बोला। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस बार 100 रूपये के नोट बंद किए जाएंगे?
उन्होंने पूछा ‘‘जिस वर्ष नोटबंदी की गई थी, वह साल मोदी के कार्यकाल में अच्छी वृद्धि (8.2 फीसदी) वाला साल था। इसलिए, आइये अब नोटबंदी का एक और दौर देखें। इस बार 100 रूपये के नोट बंद होंगे?’’