मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के उन्नाव क्षेत्र में पत्रकार सूरज पांडे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद घटना में आरोपी महिला दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है.
घटना से आहत होने पर मृतक की मां ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपने परिवार की सुरक्षा और दोषियों के गिरफ्तारी की मांग किया है.
इस विषय में अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडे ने बताया कि बीते रविवार को रेल की पटरी के पास से पत्रकार सूरज पांडे जिनकी उम्र 22 साल है, का शव बरामद हुआ था.
पत्रकार की मां लक्ष्मी पांडे की तहरीर पर बिहार थाने में तैनात महिला दरोगा सुनीता चौरसिया और महिला थाने में थानाध्यक्ष के वाहन चालक सिपाही अमर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
ऐसा बताया जा रहा है कि घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही आरोपी महिला दरोगा और सिपाही अपनी तैनाती स्थल से बिना बताए फरार चल रहे हैं.
ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने ठोस कदम उठाते हुए दोनों को निलंबित कर दिया है, इसके अतिरिक्त उन्होंने पत्रकार की मौत का सच सामने लाने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) गौरव त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम का भी गठन किया है.
हालांकि पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने पोस्टमार्टम के विषय में बताया है कि मृतक को जो भी चोटें आई हैं वह ट्रेन दुर्घटना के कारण लगी हुई प्रतीत हो रही हैं.
मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर ऐसा आभास हो रहा है कि यह आत्महत्या का मामला है.