उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव प्रचार अब चरम पर पहुंच चुका है. नेताओं के द्वारा धुआंधार प्रचार अभियान के दौरान
एक तरफ जहां योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को कहा कि 10 मार्च को गर्मी उतार देंगे वहीँ इसका पलटवार करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिलेश यादव और आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने संयुक्त रूप से बुलंदशहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि-
“आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं वह कोई कंप्रेसर नहीं हैं कि हमें ठंडा कर देंगे.” अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि
“बुलंदशहर की बेटी के दोषियों को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करे. हमने कानून वयवस्था को मजबूत करने के लिए DIAL 100 जैसी
सुविधा उपलब्ध कराई ताकि पुलिस 10 मिनट में पहुंच कर शांति व्यवस्था दुरुस्त करे, किंतु भाजपा सरकार ने इसका नाम बदला और कार्यप्रणाली को कबाड़ा बना कर रख दिया.”
वास्तविकता यह है कि भाजपा के पास कोई विकास का अपना मॉडल नहीं है वह सिर्फ समाजवादी पार्टी के मॉडल पर ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.
जबकि आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ हमें जितनी धमकी देंगे हम उतना ही मजबूत होंगे.”
यदि गठबंधन की सरकार बनी तो गर्मी नहीं भर्ती होगी. हमारा मुद्दा युवाओं का रोजगार है और किसानों की खुशहाली.
सन्यासी होकर योगी आदित्यनाथ जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, आज तक हमने ऐसी भाषा नहीं देखी. हमारा खून गर्म है देश की रक्षा के लिए ना कि विरोधियों की गर्मी उतारने के लिए.