गोरखपुर 19 मार्च, 2021: गोरखपुर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ छात्र नेता मनीष ओझा ने गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति के विरुद्ध उनके लापता होने का ‘दीवार पोस्टर’ जारी करते हुए कुलपति की विशेषताएं बताई हैं.
जैसे- छात्र-छात्राओं के वाज़िब मुद्दे को ना मानना, पूरे विश्वविद्यालय को अपने सरकारी आवास से चलाना, ऑफिस में कम समय देना, संवाद भवन/दीक्षा भवन को संस्थागत
छात्र-छात्राओं द्वारा बुक कराने पर ₹11000 से लेकर ₹25000 तक का डिमांड करना परंतु यह नियम अपने खास पर लागू नहीं होते हैं, उन्हें निःशुल्क दिया जाता है,
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पूरी तरह से वीआईपी कल्चर का अपने लिए पालन कराना, संविदा कर्मचारियों का वेतन रोक कर उन्हें मरणावस्था में पहुंचाना, कुलपति जी से मिलने हेतु कुछ दिन पहले
मुलाकाती लगवाना क्योंकि उनके पास छात्रों से मिलने का समय नहीं है, 80 फ़ीसदी छात्र-छात्राओं का अभी तक पहचान पत्र नहीं दिया गया आदि.
छात्रों और कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं को सुनने और उनके हल निकालने का उनके पास समय नहीं है. मनीष ओझा ने कहा कि- “गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति छात्र नेताओं से संवाद करने से भयभीत रहते हैं,
जिसको देखते हुए आज मैंने कुलपति के लापता होने का पोस्टर विश्वविद्यालय के हर विभाग व कार्यालय पर चस्पा करा दिया कि जो कुलपति जी को ढूंढ कर लाएगा उसे ₹101 नगद इनाम दिया जाएगा.”