कानपुर में दलितों के खिलाफ हिंसा योगी सरकार की शह पर


BY- THE FIRE TEAM


रिहाई मंच ने आरोप लगाया कि योगी सरकार की शह पर सामंती तत्वों ने कानपुर में दलित बस्ती की महिलाओं, बच्चों समेत करीब दो दर्जन लोगों को बुरी तरह से हिंसा का शिकार बनाया।

रिहाई मंच का एक दल मंगलवार को पीड़ितों से मुलाकात करेगा।

रिहाई मंच नेता शाहरुख अहमद ने कहा कि कानपुर में दलित बस्ती पर सुनियोजित हमला राजनीतिक संरक्षण और उत्तर प्रदेश पुलिस की मिली भगत के बिना संभव नहीं हो सकता था।

उन्होंने कहा कि पूरी बस्ती को घेर कर दो दर्जन लोगों को गंभीर चोट पहुंचाना और बस्ती को आग लगा देना कोई मामूली अपराधिक घटना नहीं है, जिसे कुछ सिर फिरे लोग बिना किसी संरक्षण के अंजाम दे सकें।

उत्तर प्रदेश में दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं सामान्य बात होती जा रही हैं।

योगी सरकार कानून व्यवस्था के नाम पर फर्जी एनकाउंटरों में दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय के युवकों को गोली का निशाना बनवाती है लेकिन हर रोज़ बढ़ रही अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले खुले आम प्रदेश में घूम रहे हैं।


द्वारा-
राजीव यादव
9452800752
रिहाई मंच


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