उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव के नजदीक आती तारीखों के साथ अब नेताओं के सुर बदलते जा रहे हैं.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर निशाने पर लेते हुए मथुरा के छाता और गोवर्धन में
जनसभा के दौरान कहा कि- “पहले की सरकारों में पेंशन, राशन, शौचालय, सड़कों, तीर्थों के विकास का पैसा इत्र वाले मित्र के घर पर चला जाता था,
किंतु हमारा बुलडोजर चलते-चलते इत्र वाले मित्र के घर पहुंच गया जिनका नाम समाजवादी, कामधंधा दंगावादी और सोच परिवारवादी है.”
प्रदेश के छटे-छटाए हिस्ट्रीशीटर, अपराधी, माफिया और पेशेवर अपराधी सब समाजवादी पार्टी के लीगल कार्यकर्ता हैं। pic.twitter.com/sLCJjnUmvO
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 2, 2022
समाजवादी पार्टी के समय कोसीकला में हुए दंगों का जिक्र करते हुए आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर सपा पर तंज कैसा है.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि सपा की नीति सदैव दंगा करवाना रही है. मुजफ्फरनगर, कोसीकला हो अथवा रामभक्तों पर
गोली चलाने का मामला, सपा की टोपी खून में सनी हुई है इसीलिए लाल दिखाई देती है. मुजफ्फरनगर में अपनी बहन की रक्षा के लिए सचिन और गौरव नामक जाट युवकों की हत्या कर दी गई थी.
सपा के लोगों ने दोषियों को छुड़वाने का काम किया था. बीजेपी के शासन में आज अगर कोई माफिया इस तरह की हरकत करता है तो उसे कठोर सजा दिलाई जाती है और जो ‘विकास’ में रोड़ा बनता है उसके ऊपर बुलडोजर चला दिया जाता है.
योगी आदित्यनाथ यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने रोजगार और नौकरी के विषय में कहा कि सैफई घराना इसको हड़प लेता था. दोनों चाचा-भतीजा एक साथ वसूली के लिए निकलते थे, 10 मार्च की इनकी गर्मी शांत होने वाली है.