उतर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम शाखा क्षेत्रीय कार्यशाला राप्ती नगर गोरखपुर में परिवहन निगम का स्थापना दिवस
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिल-जुल कर मनाया तथा एक दूसरे को शुभ कामनाएं दी.
प्रदेश की सम्मानित जनता जो हजारों हजार किलोमीटर की यात्रा परिवहन निगम की बसों में यात्रा करते है, उनको हार्दिक शुभकामनाएं दी.
इस मौके पर सेवा प्रबंधक महोदय द्वारा कर्मचारियों को मिठाई खिलाकर शुभ कामनाएं देते हुए सेवा प्रबंधक महोदय को मिठाई खिलाकर स्थापना दिवस समारोह मनाया गया.
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद के शाखा अध्यक्ष कैलाश प्रसाद जी ने किया जबकि संचालन रोडवेज परिषद के शाखा मंत्री अजय कुमार ने किया.
श्री मंत्री ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से यह अपील करते हुए कहा कि परिवहन निगम को और बेहतर बनाने के लिए
हम सब मिलकर कार्य करेंगे तथा प्रदेश की जनता को और बेहतर सुविधा प्रदान करेगे तथा माननीय मुख्यमंत्री जी के मानस पटल पर अंकित होने तथा माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा यह कहना कि
परिवहन निगम के कर्मचारियों व अधिकारियों का करोना कॉल में अभूतपूर्व योगदान रहा, परिवहन निगम संकट का साथी है.
रोडवेज कर्मचारियों के प्रति संवेदना व्यतीत करना तथा परिवहन निगम के अधिकारी व कर्मचारियों के मेनहत को समझना
यह दर्शाता है कि माननीय मुख्यमंत्री जी परिवहन निगम को बेहतर बनाने के लिए बहुत ही प्रयासरत रहते हैं.
परिवहन निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारी आपके प्रति आभार व्यक्त करते हैं और माननीय मुख्यमंत्री जी से और माननीय परिवहन मंत्री जी
से और माननीय प्रमुख सचिव परिवहन जी से और माननीय प्रबंध निदेशक परिवहन निगम जी से आप लोगों से परिवहन निगम के
सभी अधिकारी और कर्मचारी एक ही अपील करते हैं कि परिवहन निगम को पूर्व की भात राजकीय रोडवेज घोषित करने की कृपा करें जिससे प्रदेश की जनता को बेहतर सुविधा प्रदान होगी.
आप लोगों का मान-सम्मान बढ़ेगा और आप लोगों द्वारा यह ऐतिहासिक कार्य होगा और परिवहन निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारी आपके सदा आभारी रहेंगे.
प्रदेश की जनता को बेहतर सेवा प्रदान होगी, स्थापना दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवा प्रबंधन धनजी राम,
कार्यशाला प्रभारी छेदी प्रसाद वर्मा जी, जूनियर फोरमैन रमेश चंद्र वर्मा जी, भंडार अधीक्षक मनोज तिवारी जी तथा कार्यशाला के कर्मचारी
रामनरेश सिंह, शशिकांत जी, आदर्श कुमार यादव जी, अरविंद कुमार श्रीवास्तव जी, अमर कुमार गुप्ता जी, शशि कला देवी जी, राम दरस पन्ने लाल आदि कार्यशाला के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे.