कैम्पियरगंज: तहसील क्षेत्र के मछलीगांव में गरीब दलित परशुराम हरिजन की भूमि पर जबरिया निर्माण कर कब्जा करने के मामलों को लेकर गुरुवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर जमकर हंगामा किया.
हंगामे के बाद एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार राजस्व टीम के साथ मौके पर निस्तारण के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ.
भाकियू के मण्डल महासचिव आशीष कुमार अग्रहरि व जिला प्रभारी जगराम चौधरी की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता गुरुवार को तहसील मुख्यालय पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठकर जमकर नारेबाजी करने लगे.
धरने को संबोधित करते हुए मण्डल महासचिव आशीष अग्रहरि ने कहा कि- “मछलीगांव में गरीब दलित परशुराम के आराजी नम्बर
रकबा पर साजिश कर मनबढ़ व जालसाज भूमाफिया महेन्द्र द्वारा जबरिया युद्ध स्तर पर निर्माण कराया जा रहा है.
जबकि परशुराम हरिजन उक्त भूमि पर दफा 24 की प्रक्रिया में 4 जनवरी को तिथि नियत है. पीड़ित अवैध निर्माण रूकवाने के लिए दर-दर भटक रहा है.”
पीड़ित तहसील कार्यालय, गोरखपुर न्यायालय तो कभी मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपने न्याय का गुहार और जमीन पाने के लिए फरियाद कर रहा है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.
राजस्व विभाग जबरिया निर्माण को रोकने की बजाय दबंग को ही सह दे रहा है जिसके कारण गरीब को न्याय नहीं मिल पा रहा है.
भाकियू कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद तहसील प्रशासन जागा और एसडीएम पंकज दीक्षित ने तत्काल तहसीलदार राकेश कन्नौजिया,
नायब तहसीलदार चंदन शर्मा के साथ राजस्व टीम को मामले के निस्तारण के लिए भेजा तथा धरनारत भाकियू कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया.
धरने के प्रभाव और अधिकारियों की तत्परता से भूमि की पैमाइश तो हुई किन्तु पीड़ित परशुराम हरिजन इससे संतुष्ट नहीं है.