संसद में चल रही चर्चा के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए मुस्लिम सांसद को मुल्ला, उग्रवादी और न जाने क्या-क्या गैर संसदीय भाषा में अपमान किया है.
इससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि एक तरफ जहां बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के विरुद्ध भरी संसद में जहर उगला जा रहा था
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन हंसते हुए दिखाई दिए जबकि लोकसभा अध्यक्ष ने एक बार भी रमेश बिधूड़ी को डांटने का प्रयास नहीं किया.
इस घटना को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख ने टिप्पणी करते हुए लिखा है कि इस कथन पर कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है क्योंकि भाजपा एक अथाह खाई है जिसमें हर दिन एक नया स्तर मिल जाता है.
मुझे भरोसा है कि इस पर कोई कार्यवाही नहीं होगी. ऐसे भी संभावना है कि बिधूड़ी को दिल्ली से भाजपा अध्यक्ष बना दिया जाए.
आज भारत में मुसलमानों के साथ वैसा ही सुलूक किया जा रहा है जैसा हिटलर ने जर्मनी में यहूदियों के साथ किया था.
आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल ने कहा है कि भाजपा लफंगों की पार्टी है. मुस्लिम सांसद को ऐसे शब्दों से संबोधित करना भाजपा की संस्कृति है.
जबकि एनसी प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि आज तक मुसलमानों के विरुद्ध ऐसी नफरत नहीं देखी गई. आखिर भाजपा के मुस्लिम नेता इस तरह की सोच रखने वाले लोगों के साथ कैसे रह लेते हैं.? लोकसभा स्पीकर को भी शर्म आनी चाहिए.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस शर्मनाक बयान पर कहा है कि-“मुझे बिधूड़ी के शब्दों से दुख हुआ है लेकिन आश्चर्य नहीं, पीएम मोदी के वसुधैव कुटुंबकम की यही सच्चाई है.”
आपको बताते चलें कि लोकसभा में चंद्रयान-3 की चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के विरुद्ध भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने ऐसे असंसदीय तथा अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है.
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा है कि मुसलमानों, पिछड़ों को गाली देना बीजेपी की संस्कृति का अभिन्न अंग है और अधिकतर लोगों को इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखता है.
मैं इसकी कड़ी निंदा करती रहूंगी क्योंकि मां काली ने मुझे रीढ़ दिया है. फिलहाल विवाद बढ़ता देखकर कांग्रेस ने मांग किया है कि बिधूड़ी के विरुद्ध
सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. खुद दानिश अली ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर बिधूड़ी की सदस्यता रद्द करने की मांग रखी है.