- या हुसैन की सदाओं के बीच ताजियादार ताजिये को लेकर कर्बला तक पहुंचे
भटहट: ‘या हुसैन’ की सदाओं के बीच हुसैन की याद में दसवीं मुहर्रम को क्षेत्र के तमाम ग्रामसभा के ताजियादार
अपनी-अपनी ताजिये को लेकर कर्बला तक पहुंचे और फ़ातिहा पढ़ी. आपको बता दें कि इस बीच कहीं कोई अप्रिय घटना नही सुनाई दी.
गमे हुसैन की याद में मुहर्रम पर्व को मनाते हुए जुलुस में खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक करतब जैसे बैना भांजने, लाठी खेलने, आग का लुकारा भाजने आदि का प्रदर्शन करके लोगों की खूब प्रशंसा बटोरी.
इस दौरान पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही तथा शांति वयवस्था चुश्त-दुरुश्त रही. इस मौके पर सीओ चौरीचौरा और एसओ गुलरिया के
साथ-साथ भटहट चौकी प्रभारी ज्योति नारायण तिवारी अपनी पुलिस फोर्स के साथ बराबर गश्त पर रहे.
बताते चलें कि भटहट कर्बला पर मीरापुर अमवा, भलुहीं ,चिलविलवां, बड़हरियां, भटहट ,बैलो, महुवां, बेलराई,
पोखरभिन्डा, चकियां आदि ग्रामसभाओं से बड़े शाने शौकत के साथ ताजिये को ताजियादार भटहट कर्बला तक पहुँचाते हैं.
इसमें कई अखाड़ों के साथ जुलूस निकाले जाते हैं. मुहर्रम पर्व इमाम हुसैन की याद में मनाया जाता है.
इमाम हुसैन(अ) ने जालिम यज़ीद की बैयत करने से इनकार कर दिया और अपनी शहादत देकर इंसानियत को बचा लिया जिसकी आवाज आज पूरी दुनिया में गूंज रही है.
खासकर भारत में हिन्दू-मुसलमान दोनों ही समुदायों के लोग मिलकर हजरत इमाम हुसैन (अ) की याद मनाते हैं तथा उनकी याद में ताजिया और जुलूस निकाले जाते हैं.