किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए पंपिंग सेट से कर सकते हैं सिंचाई-डीएम

  • पंपिंग सेट से सिंचाई करने पर नहीं लगी है रोक

गोरखपुर: एक तरफ जनपद में बारिश न होने से किसान बेहाल होकर बोरिंग से सिंचाई कर रहे हैं वहीं किसी ने अफवाह फैला दिया है कि है कि बोरिंग से सिंचाई पर प्रशासन ने रोक लगा दिया है.

इस विषय में प्रशासन ने साफ कहा है कि यह शरारत है जो किसी शरारती तत्व द्वारा फैलाई गई सिर्फ अफवाह है.

ट्यूबवेल या पंपिंग सेट से सिंचाई करने के लिए किसी प्रकार का रोक नहीं लगाया गया है. किसान अपनी बोरिंग या ट्यूबवेल से जरूरत के हिसाब से बेहिचक सिंचाई कर सकते हैं.

कई साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जिले में धान की नर्सरी गिराने से लेकर रोपाई तक के लिए किसानों को पंपिंग सेट से सिंचाई करना पड़ रहा है.

खेत जुताई के समय ही कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई थी किन्तु बारिश नहीं होने से किसानों के धान की फसल खेत में ही सूख रही है.

खेतों में दरारें तक पड़ गई हैं. धान की फसल को बचाने के लिए किसान अपने निजी, प्राइवेट बोरिंग या ट्यूबवेल से खेतों में सिंचाई कर रहे हैं.

इस बीच जिले में जल स्तर के गिरने व पंपिंग सेंट या ट्यूबवेल से सिंचाई से मना करने को लेकर अफवाह तेजी से फैली है.

फ़िलहाल जिले का जल स्तर पहले की तरह ही बना हुआ है, भूमिगत जल स्तर में कमी नहीं हुई है.  जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने बताया कि

जिले में जल स्तर कम होने व पंपिंग सेंट से सिंचाई पर रोक लगाने का आदेश नहीं है. अफवाहों पर ध्यान ना दें और बेवजह पानी को बर्बाद ना करें, जितना आवश्यकता हो उतना ही पानी उपयोग में लें.

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