सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि यह पार्टी सामाजिक न्याय के खिलाफ है. इसके राज में महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ा है.
यहां तक कि भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों का बहुत अधिक मजाक उड़ाया है. भाजपा द्वारा बनाई गई नीतियों से पूंजीपति घराने फल-फूल रहे हैं
जबकि गरीब जनता और गरीब होकर काफी दुखी हो चुकी है. इस लोकसभा चुनाव में हमारे नेता और कार्यकर्ता 2 करोड़ पीडीए (यानि पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक)
परिवारों से मिलकर सामाजिक न्याय तथा आरक्षण के विषय में चर्चा करेंगे. साथ ही साथ इन परिवारों को आर्थिक तथा सामाजिक गैर बराबरी तथा उसके दुष्प्रभाव के बारे में भी बताया जाएगा.
अपनी बात को आगे बढ़ते हुए अखिलेश ने बताया कि-“हमें बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को याद करने की जरूरत है जिन्होंने पीड़ित शोषित तथा वंचित समाज को सम्मान से जीने की राह दिखाए.”
वहीं डॉक्टर राम मनोहर लोहिया ने अवसर की समानता के सिद्धांत से जिस सामाजिक क्रांति के आधारशिला रखी उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है.