महोबा: उत्तर प्रदेश राज्य के महोबा जिले से नवनिर्वाचित दलित महिला प्रधान के साथ ऊंच-नीच और भेदभाव का रवैया अपनाए जाने का मामला सामने आया है.
मिली जानकारी के मुताबिक गांव में ऑनलाइन मीटिंग के दौरान महिला ग्राम प्रधान को कुछ दबंगों ने जातिसूचक शब्दों के साथ ही कुर्सी से उतारते हुए यह कह कर अपमानित किया कि वह इस पर बैठने के लायक नहीं है.
दलितों पिछड़ों को संविधान से मिला सम्मान भी संघियों को हज़म नहीं हो रहा।
महोबा में एक दलित महिला प्रधान को मीटिंग के दौरान अफसरों के सामने कुर्सी से यह कहते हुए नीचे उतार दिया कि वो कुर्सी पर बैठने के लायक नहीं है।
दलितों पिछड़ों पर ज़ुल्म BJP सरकार के ताबूत में कील साबित होगी pic.twitter.com/ijCcwZ3uIx
— UP Congress (@INCUttarPradesh) June 6, 2021
यह मामला महोबा जिले में स्थित कबरई ब्लॉक के नथुपूरा गांव का है, हालांकि पुलिस ने तीव्र कार्यवाही करते हुए रामु राजपूत मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य सभी फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है.
इस निंदाजनक घटना के विषय में महिला प्रधान के पति वीरेंद्र का कहना है कि- “दबंग व्यक्ति ने उनकी पत्नी का हाथ पकड़कर बदसलूकी किया है.
आजादी के इतने वर्षों के बाद भी उन्हें समाज में कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है. यह भेदभाव मुझे अंदर से परेशान कर रहा है.”
फिलहाल एएसपी आर के गौतम ने आरोपियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की कड़ी तफ्तीश की जा रही है.
यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि ब्लॉक के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हो रही मीटिंग के समक्ष इस तरह का की घटनाएं हो जा रही हैं.