‘आजादी के अमृत महोत्सव’ इस दौर में भारत अपनी गणतंत्रता का 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर
पहली बार नए भारत की झलक से लेकर देश की आन-बान और शान पूरी दुनिया को दिखाने के लिए तैयार हो चुकी है.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी को मुख्य अतिथि के रूप में इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में आमंत्रित किया गया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू कर्तव्य पथ से गणतंत्र दिवस समारोह में देश का नेतृत्व करते हुए झंडा फहराएंगी. इसमें देश की सैन्य शक्ति
तथा सांस्कृतिक विविधता की झलक देखने को मिलेगी. राजधानी दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा का प्रबंध किया गया है.
कैसे होगी आज के गणतंत्र दिवस की शुरुआत?
परंपरा के मुताबिक सबसे पहले राष्ट्रध्वज फहराया जाएगा, तत्पश्चात 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान संपन्न होगा.
पहली बार औपचारिक सलामी 105 एवं भारतीय फील्ड गन से दिया जाएगा, जो रक्षा क्षेत्र में बढ़ती आत्मनिर्भरता को दिखाएगा.
105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई 171 वी/वी5 हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर पुष्प वर्षा करेंगे.
इसके अलावा अग्निवीर भी नौसेना का मार्च करने वाले दल का हिस्सा बनेंगे जो देश भक्ति के जोश के साथ कर्तव्य पथ पर रश्मि परेड में शामिल होंगे.