बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से पहले ही नेताओं ने एक दूसरे पर छींटाकशी करनी शुरू कर दिया है. इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब वैशाली की जनसभा में
जेडीयू उम्मीदवार के पक्ष में वोट डलवाने की अपील करने पहुंचे तो उन्होंने नाम लिए बिना ही लालू यादव पर आक्रामक बयान दिया है.
नीतीश कुमार : किसी को प्रजनन दर के बारे में क्या मालूम है ? आठ-आठ, नौ-नौ बच्चा बच्चा पैदा करता है. बेटी पर भरोसा ही नहीं, कई बेटियाँ हो गईं, तब बेटा पैदा हुआ. ये कैसे बिहार बनाना चाहते हैं ? यही लोग आदर्श हैं तो सोचिए बिहार का क्या हाल होगा ?
— पंकज झा (@pankajjha_) October 26, 2020
उन्होंने कहा कि-” किसी को प्रजनन दर के बारे में क्या मालूम है आठ-आठ, नौ-नौ बच्चे पैदा करने वाले लोगों को अपनी बेटियों पर भरोसा ही नहीं है. कई बेटियों के पैदा होने के बाद बेटे हुए. यह लोग कैसा बिहार बनाना चाहते हैं.?”
अगर इन लोगों को आदर्श मान लिया जाए तो सोचिये बिहार का क्या हाल होगा. कोई पूछने वाला नहीं होगा, क्योंकि कुछ लोगों के लिए तो परिवार ही सब कुछ है.
आपको यहां बताते चलें कि ऐसा पहला मौका नहीं है जब नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर निजी हमला न किया हो बल्कि इसके पहले भी जब वे सारण में जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने लालू परिवार की बहू और तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय के बहाने लालू परिवार पर निशाना साधा था.
लालू यादव के समधी चंद्रिका राय इस बार जेडीयू के टिकट पर सारण से चुनाव लड़ रहे हैं और उनकी बेटी ऐश्वर्या राय तथा तेज प्रताप के बीच रिश्तों को लेकर तनाव है.
इसी मौके को नीतीश कुमार चुनावी रंग में रंग कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. अब सोचने का असल मुद्दा यह है कि क्या नीतीश कुमार को बिहार में अपना जनाधार खिसकता हुआ दिख रहा है.
This frustration narrates the story of Bihar Assembly Elections 2020. pic.twitter.com/8ifnBNfEIo
— Anshuman Sail Nehru (@AnshumanSail) October 21, 2020
कहीं ऐसा तो नहीं कि उन्हें अपनी सत्ता खो जाने का डर लग रहा है तभी तो वह चुनाव में बनाए जाने वाले बुनियादी मुद्दों को छोड़कर व्यक्तिगत रिश्तों पर हमला बोल रहे हैं.