the indian exspress

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से पहले ही नेताओं ने एक दूसरे पर छींटाकशी करनी शुरू कर दिया है. इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब वैशाली की जनसभा में

जेडीयू उम्मीदवार के पक्ष में वोट डलवाने की अपील करने पहुंचे तो उन्होंने नाम लिए बिना ही लालू यादव पर आक्रामक बयान दिया है.

उन्होंने कहा कि-” किसी को प्रजनन दर के बारे में क्या मालूम है आठ-आठ, नौ-नौ बच्चे पैदा करने वाले लोगों को अपनी बेटियों पर भरोसा ही नहीं है. कई बेटियों के पैदा होने के बाद बेटे हुए. यह लोग कैसा बिहार बनाना चाहते हैं.?”

अगर इन लोगों को आदर्श मान लिया जाए तो सोचिये बिहार का क्या हाल होगा. कोई पूछने वाला नहीं होगा, क्योंकि कुछ लोगों के लिए तो परिवार ही सब कुछ है.

आपको यहां बताते चलें कि ऐसा पहला मौका नहीं है जब नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर निजी हमला न किया हो बल्कि इसके पहले भी जब वे सारण में जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने लालू परिवार की बहू और तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय के बहाने लालू परिवार पर निशाना साधा था.

लालू यादव के समधी चंद्रिका राय इस बार जेडीयू के टिकट पर सारण से चुनाव लड़ रहे हैं और उनकी बेटी ऐश्वर्या राय तथा तेज प्रताप के बीच रिश्तों को लेकर तनाव है.

इसी मौके को नीतीश कुमार चुनावी रंग में रंग कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. अब सोचने का असल मुद्दा यह है कि क्या नीतीश कुमार को बिहार में अपना जनाधार खिसकता हुआ दिख रहा है.

कहीं ऐसा तो नहीं कि उन्हें अपनी सत्ता खो जाने का डर लग रहा है तभी तो वह चुनाव में बनाए जाने वाले बुनियादी मुद्दों को छोड़कर व्यक्तिगत रिश्तों पर हमला बोल रहे हैं.

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