जब से केंद्र में मोदी और उप्र में योगी की सरकार बनी है तभी से संविधान और लोकतंत्र पर चल रहा है बुलडोजर

उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव बिना पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने को लेकर उच्च न्यायालय के फैसले के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार बताते हुए

भाकपा (माले) ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया है. योगी आदित्यनाथ सरकार के विरुद्ध उग्र प्रदर्शन करते हुए प्रयागराज में जिला प्रभारी सुनील मौर्या ने कहा है कि

“भाजपा आरएसएस की विचारधारा पर काम करती है तथा मनुवाद में अपना विश्वास रखती है. यही वजह है कि वह बाबा साहब के संविधान की जगह मनुस्मृति को लागू करने के लिए तत्पर है.”

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए इन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग आरक्षण को खत्म करना तो महज शुरुआत है. वास्तविकता यह है कि

“भाजपा दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को सामाजिक एवं राजनैतिक बराबरी ना मिल सके इसके लिए आरक्षण सहित सभी रास्तों को बंद कर देना चाहती है.”

हम यह कैसे भूल सकते हैं कि जब से केंद्र में मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार बनी है तभी से संविधान और लोकतंत्र पर बुलडोजर चल रहा है.?

जिला कमेटी के सदस्य प्रदीप कुमार ने बताया कि मोदी-योगी राज में देश सुरक्षित नहीं है. इसीलिए धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतंत्र के समर्थक

भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं. भाकपा द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन के दौरान निकाय चुनाव में आरक्षण लागू करने की जोरदार मांग की गई है.

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