Gorakhpur: बढ़ती बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महँगी शिक्षा व्यवस्था, निजीकरण को लेकर समाजवादी पार्टी ने सौंपा ज्ञापन

वर्तमान समय में देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की जनता अनियोजित लॉक डाउन के कारण लाख प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश अपने घर वापस आए.

सरकार ने दावा किया था कि उनकी मैपिंग कर उन्हें रोजगार मुहैया करायेंगे परन्तु ऐसा करने में सरकार असफल रही जिसके कारण पुरे प्रदेश में अराजकता, निराशा और असुरक्षा की भावना पनप रही है.

लोगो के व्यापार, उद्योग, धंधे और कृषि कार्य बंद हैं जिसके कारण मंदी का माहौल है. लोगो के पास नगदी नहीं है, दूसरी ओर सरकार निजीकरण कर रही है जिसके फलस्वरूप लोगो को महंगी बिजली मिल रही है.

शिक्षा महंगा हो रही है जिसके कारण छात्रों ओर अभिभावको में अवसाद आ रहा है, लोग तंग हैं, हाथ में रोजगार नहीं, रोजमर्रा की वस्तुओ के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है,

अन्य पिछड़ी जातियों, अनुसूचित व अनुसूचित जनजातियों तथा आर्थिक रूप से कमजोर लोगो के आरक्षण नियमो का ठीक ढंग से अनुपालन नहीं हो रहा है.

बी०एड० में अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों की निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था थी जिसे सरकार ने समाप्त कर दिया उपरोक्त कारण समाज के हर तपके में जनाक्रोश व्याप्त है.
हम मा० महोदया से निम्नलिखित मांग करते हैं-

(1) बेहाल किसानो के बेहतरी के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएं
(2) शिक्षा सस्ती की जाए ताकि समाज के सभी वर्ग के लोग अच्छी शिक्षा पा सकें
(3) रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाएं
(4) निजीकरण समाप्त किया जाए,निजीकरण से भस्टाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के अवसर समाप्त होगे
(5) पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्थ है जिसे पटरी कर लाया जाए
(6) आरक्षण नियमो के मुताबिक शैक्षिक संस्थाओं में प्रवेश लिया जाए तथा नियुक्तियों में भी आरक्षण नियमों का
पालन सुनिक्षित हो
(7) प्राइवेट अस्तपालो कोविड-19 का इलाज बहुत ही महंगा है उसे सस्ता किया जाए ताकि गरीब आदमी भी सरकारी
अस्पताल में बेड की उपलब्धता में अपना इलाज करा सके
(8) प्राइवेट शैक्षणिक संस्थाओ में बेतहाशा फीस वृद्धि हो रहा है उसे नियंत्रित किया जाए
(9) उत्तर प्रदेश बीएड प्रवेश परीक्षा में दलित छात्रों के निशुल्क प्रवेश पर लगी रोक हटाई जाए
(10) पुलिस मनमानी तरीके से आम जनमानस को मोटर विहिकल एक्ट के तहत चालान कर रही है जिसमें तत्काल रोक लगनी चाहिए
(11) उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में 5 वर्ष के लिए संविदा नियुक्ति व्यवस्था ला रही है जो गलत व बेरोजगारों के प्रति
अन्याय है। इस व्यवस्था को तत्काल समाप्त करना चाहिए

इस दौरान प्रमुख रुप से युवजन सभा जिलाध्यक्ष राहुल यादव, एहतेशाम खान, जितेंद्र यादव, आजम लारी, ओम यादव. कपिल मुनि यादव, गबीश दुबे, शब्बीर कुरैशी, चर्चिल अधिकारी,

त्रिलोकी यादव, मनोज यादव, राजीव यादव, सूरज यादव, शिव शंकर गौड़, कमलेश यादव, अनूप यादव, विजय गोस्वामी, राज मंगल याद,व मुन्ना मझवार, राकेश यादव, रंजीत आर्या, आफताब अहमद आदि मौजूद रहे.

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