पत्रकारिता का भी जमाना था, अब तो केवल चापलूसी है: जानिये क्यों?
जमीर बेच कर लोगो ने कब्र की जगह बना ली है जहाँ इंसानियत दफन होती है एक जमाना था जब पत्रकारों से मिलने के लिए जिले का कलेक्टर और एसपी समय लिया करते थे. आज पत्रकार खुद ही उनके आगे-पीछे घूमते रहते हैं. इसके पीछे हमारी कोई न कोई स्वार्थ नीति छुपी रहती है, इसकी … Read more