बाबा साहब के 67वें महापरिनिर्वाण दिवस पर निकाली गई संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली

भागलपुर: बाबा साहब भीम रॉव अंबेडकर के 67 वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर विभिन्न संगठनों जैसे सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार),

बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन  (बिहार), संत रविदास महासभा, पीस सेंटर-परिधि, राष्ट्र सेवा दल, बामसेफ,

मूलनिवासी संघ, एससी-एसटी कर्मचारी संघ, दलित विकास समिति, सोशलिस्ट युवजन सभा, बहुजन समाज संगठन के साझा बैनर तले

आयोजित संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली में आज भारी तादाद में भागीदारी हुई. रैली में भागलपुर जिला सहित आस-पास के जिले से भी भागीदारी हुई.

रैली में संविधान बचाओ-देश बचाओ और भाजपा भगाओ-देश बचाओ के केन्द्रीय नारे के साथ
केन्द्र सरकार द्वारा जातिवार जनगणना कराने,

हाई कोर्ट-सुप्रीम कोर्ट व निजी क्षेत्र सहित तमाम क्षेत्रों में एससी, एसटी व ओबीसी को आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी देने, तमाम कृषि उत्पादों के लिए

लागत के डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी करने, जन-वितरण प्रणाली को सर्वव्यापी बनाने जैसे मांगों के पक्ष में तथा बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी,

अबाध निजीकरण, कमजोर समुदायों-महिलाओं व अल्पसंख्यकों के साथ बढ़ती हिंसा, धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक-लोकतांत्रिक अधिकारों पर बढ़ते हमले के विरोध में भी नारे लगे.

रैली भागलपुर स्टेशन चौक पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरु हुई जो शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए तिलका मांझी चौक पर

शहीद तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सभा के साथ सम्पन्न हुई. रैली को संबोधित करते हुए डॉ. विलक्षण बौद्ध ने कहा कि

डॉ. अंबेडकर के परिनिर्वाण के दिन 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के कुकृत्य के जरिए आरएसएस-बीजेपी ने संविधान पर हमला बोला था.

यह बाबा साहब के विचारों व सपनों पर हमला था. आज भाजपा-आरएसएस केन्द्र की सत्ता पर काबिज होकर संविधान-लोकतंत्र को ही खत्म करने की दिशा में बढ़ रही है.

डॉ.अंबेडकर के वारिस भाजपा-आरएसएस के खतरनाक मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे. संविधान-लोकतंत्र बचाने के लिए हम अंतिम दम लड़ेंगे, जीतेंगे!

सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम और रामानंद पासवान ने कहा कि
संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए 2024 में

भाजपा और उसके सहयोगियों को केन्द्र की सत्ता से बेदखल करना ही होगा. आज की रैली के जरिए ‘अब और नहीं मोदी सरकार’ की बुलंद,

एकजुट हुंकार को गांव-गांव से बुलंद करना है, समाज से भाजपा-आरएसएस को खदेड़ना है. सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के रिंकु यादव और परिधि के उदय ने कहा कि

बढ़ती महंगाई-बेरोजगारी से अवाम त्रस्त है. मजदूरों-किसानों की बदहाली बढ़ रही है, वैश्विक भूख सूचकांक में भारत नीचे जा रहा है.

लेकिन अंबानी-अडानी की तिजौरी उफन रही है. मोदी सरकार विकास का दावा करते हुए अंबानी-अडानी से यारी निभाते हुए देश बेच रही है.

 

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