agazbharat

गोरखपुर: विश्वविद्यालय की समस्याओं को लेकर गोरखपुर विश्वविद्यालय मेन गेट के पास दिशा छात्र संगठन द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया.

संगठन की पदाधिकारी अंजलि ने बताया कि आज गोरखपुर विश्वविद्यालय में भयंकर अव्यवस्था फैली हुई है जिसके कारण छात्रों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

अभी हाल ही में विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ जिसमें हजारों छात्रों के परिणाम में गड़बड़ी थी और संशोधन के लिए छात्र एडी बिल्डिंग में चक्कर लगा रहे हैं.

विश्वविद्यालय से सम्बन्धित कोई भी सूचना छात्रों तक आसानी से नहीं पहुंच पाती है. विश्वविद्यालय में ढांचागत सुविधाओं का बेहद अभाव है.

न पानी पीने की व्यवस्था बेहतर है और न ही शौचालय की साफ-सफाई, पुस्तकालय में किताबें भी पर्याप्त नहीं हैं. सस्ते दर पर कोई कैण्टीन भी नहीं है,

विश्वविद्यालय की कार्यपद्धति बहुत ही अराजक और अव्यवस्थित है. ऐसे में हम सभी छात्र एकजुट होकर ही विश्वविद्यालय प्रशासन से अपनी मांगें पूरी करा सकते हैं.

हमारी मांगें-1. परिसर में बुनियादी ढांचागत सुविधाएँ जैसे- शौचालय, पेयजल, कैन्टीन, स्वास्थ्य सुविधा आदि का समुचित इंतजाम किया जाय.

2. विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों में हॉस्टल की संख्या बढ़ायी जाय और छात्रावास की फीस न्यूनतम किया जाय

3. परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ी दुरुस्त किया जाय  4. केन्द्रीय पुस्तकालय 24 घण्टे खोला जाय और पर्याप्त पुस्तकों की व्यवस्था की जाय

5. विश्वविद्यालय के ऑनलाइन पोर्टल की समस्या को दूर करने के लिए समुचित कदम उठाए जाय तथा खाली पड़े शैक्षणिक और गैरशैक्षणिक पदों को

तत्काल भर कर परिसर में जनवादी माहौल कायम किया जाय और छात्रसंघ बहाल किया जाय तथा छात्रों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के लिए विश्वविद्यालय के हॉल मुहैया कराये जाएं

6. फीस रसीद में जिन-जिन मदों में छात्रों से राशि ली जाती है, उन सुविधाओं को तत्काल बहाल किया जाय और पिछले सालों का हिसाब छात्रों के प्रतिनिधियों के सामने पेश किया जाय

7. नयी शिक्षा नीति-2020 को रद्द करवाने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाय, सी०बी०सी०एस० की व्यवस्था खत्म हो

इस सभा में शेषनाथ, राजू, अदिति, दीपक, धनंजय, माया, हरेन्द्र, चंदा, निशा, विद्यानंद, राज सैनी, आदित्य, शालिनी आदि शामिल हुए.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here