मुस्लिम महिलाओं के चुनाव लड़ने से महफूज नहीं रहेगा इस्लाम: अहमदाबाद शाही इमाम

अहमदाबाद: एक तरफ जहां हम देश में लैंगिक भेदभाव को मिटाने के प्रयास में जुटे हुए हैं, वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के दूसरे चरण के मतदान से

ठीक पहले अहमदाबाद की जामा मस्जिद के शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने मुस्लिम महिलाओं को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है.

इन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को चुनाव लड़ने के लिए टिकट देना इस्लाम के विरुद्ध है. ऐसा करने से धर्म कमजोर हो रहा है. क्या कोई आदमी नहीं बचा है.?

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए इमाम शब्बीर ने कहा कि यदि हम महिलाओं को पार्षद, विधायक, सांसद बनाएंगे तो कभी भी हिजाब को महफूज नहीं रख पाएंगे.

जो कोई इनको टिकट देते हैं इस्लाम के खिलाफ बगावत करते हैं. इससे हमारा मजहब सुरक्षित नहीं रहेगा. अभी पिछले दिनों कर्नाटक में

हिजाब का मसला काफी लंबे समय तक चला जिसको लेकर सड़क से सदन तक हंगामा देखने को मिला था.

इन्होंने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी करारा प्रहार करते हुए बताया कि- “जहां के हैं वह वहां के लोगों के लिए तो काम ही नहीं कर पाए.

ऊपर से यह लोगों को बरगलाने का काम करते हैं. मुस्लिम उसी को वोट देते हैं जो देश की तरक्की के लिए काम करते हैं. हम किसी जाति या धर्म को देखकर वोट नहीं करते हैं.”

आपको यहां याद दिला दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के दूसरे चरण में 93 सीटों के लिए 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव में 61 राजनीतिक पार्टियों के 833 उम्मीदवार भाग ले रहे हैं.

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