पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से खबर प्राप्त हुई है कि लंबे समय से बीमार चल रहे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई के अस्पताल में निधन हो गया.
ऐसा बताया जा रहा है है कि मुशर्रफ एमाइलॉयडॉसिस नामक बीमारी से जूझ रहे थे. इनके पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए पाकिस्तान लाया जाएगा.
इसके लिए मुशर्रफ के परिजन पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास में आवेदन भी दायर कर दिया है. शव लाने के लिए विशेष सैन्य विमान नूर खान एयरवेज से दुबई के लिए उड़ान भरेगा.
इस संदर्भ में महा वाणिज्य दूत हसन अफजल खान ने बताया है कि हम जनरल के परिवार के संपर्क में हैं तथा हर संभव मदद करेंगे.
बताते चलें कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति तथा सैन्य प्रमुख परवेज मुशर्रफ का जन्म 11, अगस्त 1943 को भारत के
दिल्ली में स्थित दरियागंज इलाके में हुआ था किंतु भारत विभाजन के कुछ दिन पूर्व ही उनका पूरा परिवार पाकिस्तान चला गया था.
1998 में परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के जनरल बने थे. इन्होंने ही भारत के विरुद्ध कारगिल जैसे युद्ध की साजिश रची थी.
किंतु भारतीय सैनिकों ने अपने हुनर तथा साहस से पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया. इन्होंने अपनी जीवनी इन द लाइन आफ फायर: अ ममायर में
लिखा है कि मैंने कारगिल पर कब्जा करने के लिए कसम खाई थी किंतु नवाज शरीफ की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाए.
वर्ष 1999 से 2008 तक मुशर्रफ ने पाकिस्तान पर शासन किया जिसके विरुद्ध 2019 में इनके ऊपर राजद्रोह का आरोप लगाकर मौत की सजा दी गई थी.
कालांतर में वर्ष 2020 के दौरान लाहौर उच्च न्यायालय ने मुशर्रफ के विरुद्ध नवाज शरीफ सरकार द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को
असंवैधानिक घोषित कर दिया जिसमें राजद्रोह के आरोप पर शिकायत दर्ज करना भी शामिल था. फिलहाल वह लंबे समय से दुबई में रह रहे थे और वहीं पर उन्होंने अंतिम सांस भी लिया.