BY- THE FIRE TEAM


बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के छात्र/छात्राओं ने पूर्व कुलपति प्रो आर सी सोबती का पुतला फूंका।

पुतला फूंकने का मुख्य कारण यह है कि प्रो सोबती जी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप साबित होने के बावजूद उन्हें सरकार लगातार ऊंचे लाभ के पदों पर बैठा रही है।

दूसरी तरफ़ MHRD ने उनके ऊपर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा रिकवरी का आदेश जारी किया है लेकिन अभी तक उनसे कोई रिकवरी नही की जा सकी।

 

छात्रों ने पूर्व कुलसचिव डॉ सुनीता चंद्रा के नियुक्ति वाले मामले में हाइकोर्ट में जीत पर खुशी जताई और इस खुशी में पूरे विश्वविद्यालय में 50 किलो मिठाई बंटवाई।

डॉ सुनीता चंद्रा की ईमानदारी कार्यप्रणाली की वजह से यहां के सभी छात्र/छात्राओ/प्रोफेसरों/कर्मचारियों में खुशी की लहर है। क्योकि पूर्व कुलसचिव डॉ सुनीता चंद्रा जी को पूर्व कुलपति ने अपनी पावर का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हुए निलंबित कर दिया था।

पूर्व कुलपति प्रो सोबती जी के इस निर्णय पर डॉ सुनीता चंद्रा जी ने हाइकोर्ट में चैलेंज किया था। लगभगत 2 साल लगातार कानूनी लड़ाई के बाद डॉ सुनीता चंद्रा जी की ईमानदारी की जीत हुई।

डॉ सुनीता चंद्रा जी छात्र छात्राओं की बातों को सुनने के कारण उनके बीच काफी लोकप्रिय हैं। छात्र छात्राओं की मांग है कि अब विवि में अगले कुलसचिव के रूप में उन्हें फिर से मौका मिलना चाहिए।

वह छात्र छात्राओं की समस्याओं को अच्छे से समझती हैं और उन्हें पूरा करने के लिए हर भरसक प्रयास भी करती हैं।

डॉ चंद्रा जी ने अपने कार्यकाल के दौरान जरूरतमंद छात्रों की मदद अपने व्यक्तिगत स्तर तक कि है इससे छात्र छात्राओं में काफी लोकप्रिय है।

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