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पिछले कई दिनों से केरल बाढ़ के कारण तबाह है। इस बाढ़ की वजह से लगभग  200 लोग अपनी जान गवा चुके हैं और हजारों लोग फंसे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस बाढ़ का जायजा लेने केरल गए हुए हैं। सरकारी महकमा के अलावा कई स्वयंसेवक संगठन इस बाढ़ से पीड़ित लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। लेकिन इस विपत्ति के हालात में भी केरल सरकार के एक मंत्री ने विदेश जाना जरूरी समझा, जहां वह जर्मनी में एक कांफ्रेस में शिरकत कर रहे हैं।

केरल के इस मंत्री के लिए बाढ़ राहत से ज़्यादा जर्मनी की कॉन्फ्रेंस थी ज़रूरी!
केरल सरकार में मंत्री के. राजू

ये मंत्री और कोई नहीं बल्कि केरल के वन और वाइल्ड लाइफ संरक्षण मंत्री के राजू हैं। जैसाकि के राजू वन और वाइल्डलाइफ जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र को देख रहे हैं तो उनकी जिम्मेदारी बनती थी कि वह बाढ़ की इस भयावह  स्थिति में अपनी जिम्मेदारी निभाते। के राजू केरल राज्य के पुनलूर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं।

 

अब जब इस मुद्दे पर कड़ी आलोचना की जा रही है तो माकपा ने राजू को जर्मनी से वापस बुलाने का निर्णय लिया है। दरसल के राजू के जर्मनी जाने से सीपीएम नेतृत्व भी गुस्से में है और इन्हें तुरंत वापस लौटने को कहा है।

न्यूज़-18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक के राजू 2 दिन पश्चात केरल लौट आएंगे। के राजू जर्मनी के बेयर्न में 17 से 19 अगस्त तक वर्ल्ड मलयाली काउंसिल द्वारा आयोजित 11वें ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने गए थे।

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