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BY-THE FIRE TEAM

आजकल कई लोग इस्तेमाल किया हुआ स्मार्टफोन या फिर सेकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदते हैं। ऐसे कई वेबसाइट मौजूद हैं जहां से हम इस्तेमाल किया हुआ स्मार्टफोन कम कीमत में खरीद सकते हैं।

ऐप्पल आइफोन से लेकर सैमसंग तक के मंहगे मोबाइल आप कम कीमत में खरीदना पसंद करते हैं। ऐसे में किसी भी इस्तेमाल किए हुए स्मार्टफोन को खरीदने से पहले आपको यह पता लगा लेना चाहिए कि स्मार्टफोन कहीं चोरी का तो नहीं है।

अगर, आपने कोई इस्तेमाल किया हुआ स्मार्टफोन खरीदा और वह चोरी का निकला तो आपको कानूनी पचड़े में भी फंसना पड़ सकता है। इसलिए, आपको सेकेंड हैंड स्मार्टफोन खरीदने से पहले यह पता लगा लेना चाहिए कि आप जो फोन खरीद रहे हैं वह चोरी का तो नहीं है।

इस तरह लगा सकते हैं पता :

किसी भी सेकेंड हैंड मोबाइल फोन खरीदने से पहले आप टेलीकॉम डिपार्टमेंट के हेल्पलाइन नंबर 14422 पर मैसेज करके किसी भी मोबाइल से जुड़ी सारी जानकारी ले सकते हैं।

इसके लिए 14422 पर KYM टाइप करें और इसके बाद अपने फोन का IMEI नंबर लिखकर SMS करें। SMS भेजने के बाद आपके पास उस मोबाइल फोन के मैन्युफैक्चरर जुड़ी सारी जानकारी आपके पास उपलब्ध हो जाती है।

इस तरह IMEI नंबर का लगाएं पता :

SMS भेजने के लिए आपको आपके मोबाइल फोन के IMEI नंबर के बारे में पता होना चाहिए। IMEI नंबर आमूमन फोन के बिल पर और बॉक्स पर दर्ज होता है। अगर, आपके पास ये दोनों ही मौजूद नहीं है तो भी आप इस IMEI नंबर को अपने फोन से निकाल सकते हैं।

इसके लिए आपको अपने फोन के डायलर में *#06# टाइप करना होगा। इसके बाद आपको कॉलिंग बटन प्रेस करना होगा। ऐसा करते ही आपके मोबाइल फोन का IMEI नंबर आपके डिस्प्ले पर दिखाई देता है। इस नंबर को आप कहीं पर लिख सकते हैं।

इस ऐप से भी लगा सकते हैं पता :

सी-डॉट के बंधन ऐप के जरिए भी आप अपने स्मार्टफोन के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए इस ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

आपको बता दें कि SMS के जरिए आपको मोबाइल की निर्माता कंपनी, ब्रांड, मॉडल और किस बैंड को सपोर्ट करता है उसकी जानकारी मिलेगी। आजकल चोरी किए हुए मोबाइल का IMEI नंबर लोग बदल लेते हैं। ऐसे में इस SMS के जरिए आपको वास्तविक IMEI नंबर के बारे में पता लग सकेगा।

एक ही IMEI नंबर पर चल रहे हैं हजारों फोन :

मोबाइल की पहचान छिपाने के लिए चोर आमूमन IMEI में बदलाव कर देते हैं। इस तरह की चोरी को रोकने को लिए सीईआईआर (CEIR) यानी सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर का ट्रायल पुणे में शुरु हुआ है।

यह इस साल दिसंबर से पूरे देश में लागू हो सकता है, इसके बाद सभी अवैध मोबाइल नेटवर्क पर नहीं चलेंगे। आपको बता दें कि कहीं-कहीं एक ही IMEI पर हजारों मोबाइल चल रहे हैं।

सरकार ने IMEI बदलने पर 3 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान लागू किया है। IMEI से छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ पुलिस और एजेंसिया कानूनी कारवाई कर सकती हैं साथ ही 3 साल की सजा भी दी जा सकती है।

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