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BY-THE FIRE TEAM


आज जब एशिया के अनेक देशों के बीच में गरमा-गर्मी का माहौल है तथा युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं और कुछ देशों के मध्य इतने तनाव हैं कि उनकी सीमाओं पर सदैव गोलीबारी होती रहती है. जैसे-

भारत और पाकिस्तान, सिक्किम में भारत और चीन तथा उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया वहीं भारत बांग्लादेश आदि.

ऐसे परिदृश्य में संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा की अध्यक्षा मरिया फर्नांडो एस्पिनोसा द्वारा देशों को शांति का संदेश देना एक बेहतर दुनिया बनाने की जुगत कहा जा सकता है.

आपको बता दें कि स्पिनोसा ने यह वक्तव्य ‘डिक्लरेशन एंड प्रोग्राम एक्शन ऑन ए कल्चर ऑफ़ पीस’ के मौके पर सम्बोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि शांति की संस्कृति वह डोर है

जो आगामी पीढ़ियों को युद्ध के संकट से बचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक मिशन को एक सूत्र में पिरोती हैं. मारिया फर्नाडो स्पिनोसा ने जोर डालते हुए अपनी बात रखी और बताया कि-

देश अलग-थलग रहकर शांति स्थापित नहीं कर सकते हैं. इसके लिए साझेदारी, मित्रता, एकता, एकजुटता और उदारता आवश्यक शर्त हैं जिनके बिना यह संभव नहीं है.

इसके साथ ही स्पिनोसा ने सतत विकास के लिए निर्धारित लक्ष्य 2030 को पूरा करने के लिए अन्तर-राष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों से सहयोग करने की भी अपील किया.

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