आर्थिक आधार पर सवर्ण आरक्षण की घोषणा के साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है. इस मामले को लेकर सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार)
के बैनर तले बिहपुर के स्टेशन गोलंबर पर प्रतिवाद-प्रदर्शन आयोजित हुआ. इस मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम ने नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि-
“सुप्रीम कोर्ट ने सवर्ण आरक्षण से संबंधित संविधान संशोधन को संवैधानिक बनाकर मनुविधान थोपने की कार्रवाई की है, संविधान के मूल ढ़ांचे को बदल दिया है.”
बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन (बिहार) के अनुपम आशीष और निर्भय कुमार ने कहा कि आर्थिक आधार पर सवर्ण आरक्षण को संविधान व सामाजिक न्याय पक्षधर
सच्ची ताकतें कतई कबूल नहीं कर सकती, यह सामाजिक न्याय पर अधिकतम हमला है. सवर्ण वर्चस्व को बनाये रखने की गारंटी है.
गौरव पासवान और नसीब रविदास ने कहा संविधान के मूल ढ़ांचे और सामाजिक न्याय पर हमले के सवाल पर बहुजन समाज चुप नहीं बैठेगा. अभियान चलाते हुए 27 नवंबर को भागलपुर में सम्मेलन होगा और आंदोलन तेज किया जाएगा.
इस मौके पर प्रमुख रूप से गौतम कुमार प्रीतम, अनुपम आशीष, निर्भय कुमार, गौरव पासवान, पंकज सिंह, बंटी मंडल, मिथुन पासवान, नसीब रविदास, धीरज शर्मा, दिनकर शर्मा, दिवेश पटेल सहित कई मौजूद थे.