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गोरखपुर: ‘अटेवा पेंशन बचाओ मंच’ की बैठक गोरखपुर विश्वविद्यालय के सामने पंत पार्क में हुई. इस मौके पर अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष

विजय बंधु के आवाहन पर शिक्षक एवं कर्मचारी 1 अप्रैल को अपने कार्य स्थल पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराते हुए इसे काला दिवस के रूप में मनाया.

जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दूबे एवं महामंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि प्रदेश में 1 अप्रैल, 2005 को शेयर बाजार पर आधारित नई पेंशन व्यवस्था को लागू किया गया था. 

NPS की यह व्यवस्था देश के शिक्षक एवं कर्मचारियों के भविष्य को शेयर बाजार के अंतर्गत दोराहे पर खड़ा करने का काम किया है.

जिला उपाध्यक्ष राजकुमार एवं संतोष पाठक ने कहा कि नई पेंशन से आच्छादित होने वाले शिक्षकों  एवं कर्मचारियों को पेंशन के नाम पर मात्र 1,000 से 2,000 रुपए दिए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अटेवा ने हमेशा से नई पेंशन व्यवस्था का विरोध किया है. जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती है तब तक अटेवा पुरानी पेंशन बहाली की मांग करता रहेगा.

1 अप्रैल, 2005 का दिन शिक्षक एवं कर्मचारियों के जीवन के इतिहास में काले दिन के रूप में है.  एक अप्रैल को सभी शिक्षक एवं कर्मचारी अपने कार्य स्थल पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.

जिला कोषाध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद, शिव प्रसाद शर्मा, अर्जुन गुप्ता, वरुण दूबे एवं मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि 1 अक्टूबर, 2023 को अटेवा/NMOPS के आवाहन पर

दिल्ली के रामलीला मैदान में 10 लाख से अधिक शिक्षक एवं कर्मचारियों के सैलाब से सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराने का कार्य किया है. पुरानी पेंशन बहाली तक अटेवा का संघर्ष जारी रहेगा.

बैठक में सुनील कुमार दूबे, ज्ञान प्रकाश सिंह, राजकुमार, संतोष पाठक, शिव प्रसाद शर्मा, शमसुद्दोहा, अभिषेक गुप्त, धर्मेंद्र मिश्रा, सुनील शर्मा, अजय कुमार भास्कर एवं अन्य लोग उपस्थित रहे.

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