BYसुशील भीमटा


डाक्टर मार्कंडेय लाहुल-स्पीति में हुए नुकसान का मुआवजा स्वीकृत करवाने में हुए सफल।

हाल ही में जनजातीय जिला लाहुल एवं स्पीति में बेमौसम हुई बर्फबारी से करीब 37 करोड़ रुपए के सेब तबाह हुए हैं। बेमौसम की हुई बर्फबारी ने लाहुल-स्पीति के किसानों की कमर को पूरी तरह से तोड़ कर रख दिया है।

सोमवार को केंद्र में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डाक्टर राम लाल मार्कंडेय ने जब केंद्र सरकार को लाहुल-स्पीति की पूरी व्यवस्था से अवगत करवाया तो केंद्र सरकार ने तुरंत लाहुल-स्पीति में बर्फबारी से हुए 37 करोड़ रुपए की भरपाई को करने की हामी भर दी है।

लाहुल-स्पीति में बागवानों को मुआवजा दिलाने के लिए कृषि मंत्री ने जोरदार तरीके से किसानों का पक्ष केंद्र सरकार के समक्ष रखा। पक्ष रखने के साथ-साथ डाक्टर मार्कंडेय लाहुल-स्पीति के किसानों को मुआवजा स्वीकृत करवाने में पूरी तरह से सफल भी हो गए हैं।

डाक्टर मार्कंडेय जिस तरह से केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं उससे प्रदेश का हर किसान व बागवान उनकी कार्यप्रणाली से जहां पूरी तरह से संतुष्ट है। वहीं, दूसरी ओर केंद्र सरकार के समक्ष उनकी बात को जोरदार तरीके से रखने पर वह कृषि मंत्री से काफी खुश भी हैं।

उल्लेखनीय है कि सितंबर माह में जनजातीय जिला लाहुल एवं स्पीति में बेमौसम भारी बर्फबारी होने के चलते किसानों व बागवानों की नकदी फसलें जहां तबाह हुई। वहीं, बाहरी राज्यों के अधिकतर सैलानी भी वहीं पर ही फंस कर रह गए। जिसमें भी डाक्टर मार्कंडेय खुद आगे आए तथा केंद्र सरकार की मदद हेलीकाप्टर के जरिए सभी लोगों को सुरक्षित कुल्लू पहुंचाया।

यही नहीं मजदूर लोगों को डाक्टर मार्कंडेय ने खुद अपनी जेब से किराया देकर उन्हें अपने-अपने घरों को भी भेजा था। उसके बाद कृषि मंत्री ने लाहुल-स्पीति के समस्त जिला प्रशासन से बैठक कर नुकसान का आंकलन किया। केंद्र सरकार से कृषि मंत्री बागवानों के लिए अब 37 करोड़ रुपए स्वीकृत करवाने में सफल भी साबित हुए हैं।

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