महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने देश में केंद्रीय जांच एजेंसियों को लेकर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा है कि यह सभी एजेंसियां केंद्र के पालतू जानवर की तरह काम कर रही हैं.
मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित अपने आवास ‘मातोश्री’ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि हालांकि शिवसेना सांसद संजय राउत को जमानत मिल गई है, उनको झूठे मामलों में फंसाया जा सकता है.
राज्यसभा सदस्य संजय रावत ने उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात करने के बाद कहा कि उन्हें विश्वास था कि ठाकरे तथा पार्टी
उनकी अनुपस्थिति में परिवार के साथ खड़े रहेंगे तो वह संगठन के लिए 10 बार और जेल जाने के लिए तैयार बैठे हैं.
दरअसल अदालत ने संजय रावत की गिरफ्तारी को अवैध तथा निशाना बनाने के लिए की गई कार्यवाही करार दिया था.
जब पत्रकारों ने संजय रावत से शिवसेना के नाम तथा चुनाव चिन्ह पर निर्वाचन आयोग द्वारा लगे प्रतिबंध के विषय में पूछा तो इन्होंने कहा कि
“संविधान पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया जा रहा है. आज हमारे जैसे कई लोगों को अवैध रूप से गिरफ्तार किया जाता है जो एक तरह से संविधान पर प्रतिबंध की तरह ही है.”
आज केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके भाजपा ने न केवल कई राजनीतिक दलों में फूट डलवा दिया है बल्कि अवैध रूप से गिरफ्तारियों को भी अंजाम दिया है.
आम आदमी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, तृणमूल कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति जैसे कई राजनीतिक संगठनों को निशाना बनाया जा रहा है.
किंतु शासक वर्ग को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सभी दिन एक जैसे नहीं होते हैं बल्कि स्थितियां बदलती रहती हैं.