ommcom news

देश में किसानों का आक्रोश केंद्र सरकार के द्वारा पारित किए गए कृषि बिल को लेकर बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 12 दिनों से दिल्ली को घेर कर बैठे तमाम किसान संगठनों ने आज 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है.

इस आंदोलन की सबसे खास बात यह है कि इसे तमाम छात्र, मजदूर, किसान संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी अपना समर्थन दिया है.

https://twitter.com/sidhujot6/status/1336138359278714882?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1336138359278714882%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fpublish.twitter.com%2F%3Fquery%3Dhttps3A2F2Ftwitter.com2Fsidhujot62Fstatus2F1336138359278714882widget%3DTweet

दिल्ली हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता डॉ दर्शन पाल ने कहा है कि-” देश में सुबह के 11:00 बजे से लेकर दोपहर के 3:00 बजे तक चक्का जाम किया जाएगा. यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन होगा.”

हालांकि बंदी के इस ऐलान के साथ आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस सेवा, खाने पीने की वस्तुएं आदि को बाधित नहीं होने दिया जाएगा. इंकलाबी नौजवान सभा के नेता सुमित गौतम तथा आइसा के प्रमुख विवेक ने कहा है कि-

गांव में खेती लाभदायक रोजगार नहीं रह गया है. फसलों के अलाभकारी दाम, क्रय केंद्रों की मनमानी, बिजली दरों में बढ़ोतरी,

आवारा पशुओं का आतंक आदि के कारण तमाम नौजवान पहले से ही खेती छोड़ने के लिए विवश होते जा रहे हैं. सरकार के तमाम दावों के बावजूद मनरेगा की दशा बहुत ही खराब है.”

इन सब खामियों के बाद सरकार ने 3 काले कानून लाकर अन्दाताओं को भी पंगु बनाना चाहती है. इसके अतिरिक्त रिहाई मंच के राजीव यादव, बिहार के चर्चित बहुजन बुद्धिजीवी डॉक्टर विलक्षण रविदास,

बहुजन एजेंट यूनियन के सनम रे आदि संगठनों ने भी किसान आंदोलन के साथ एकजुटता दिखाते हुए भारत बंद के तहत सड़कों पर उतरने की घोषणा किया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here