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  • योगी सरकार की पुलिस कितनी मुस्तैद है इसका पता तो खुद प्रदेश में घटने वाली हिंसक घटनाएं तथा दुष्कर्म की वारदातें ही दे रही हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक कन्नौज जिले के सौरिख थाना क्षेत्र के खड़ीनी पुलिस चौकी में एक महिला अपने साथ हुई छेड़खानी और मारपीट के मामले को लेकर दरोगा राजीव कुमार सिंह के पास शिकायत करने पहुंची तो उसे दरोगा की ही बदतमीजी से दो चार होना पड़ा.

आपको बताते चलें कि 5 अक्टूबर को सॉरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव की एक महिला ने ग्राम प्रधान पर ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ में घर देने की एवज में उससे ₹20,000 की मांग किया था, जिसकी शिकायत लेकर वह महिला चौकी गई थी.

महिला का आरोप है कि 4 अक्टूबर को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उसके साथ मारपीट किया तथा उसके कपड़े तक फाड़ डाले हैं. इसकी शिकायत पीड़िता ने डीएम और एसपी से भी किया,

उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप करने से खड़ीनी चौकी प्रभारी हरकत में आया और उसने पीड़िता का नंबर भी लिया जिसके बाद वह उससे फोन पर गंदी-गंदी बातें करने लगा.

महिला ने बताया कि वह उसे फोन पर कहता है कि आ जाओ मेरा समय नहीं कटता है. जब महिला ने इसका विरोध किया तो दरोगा ने कहा कि-

“आराम से सोओ कल सुबह 8:00 बजे आ जाना नहीं तो हम जीडी में लिख देंगे कि बयान देने से तुमने इनकार कर दिया है.”

दरोगा के इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने पर समाजवादी पार्टी ने अपने टि्वटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री जी की सभ्य पुलिस की काली करतूत

जब रक्षक ही भक्षक बन बैठे हैं तो ऐसे में पीड़ित लोगों, बेटियों की रक्षा कैसे की जाए यह एक जटिल प्रश्न है जिसका उत्तर प्रदेश की सरकार नहीं दे पा रही है.

फ़िलहाल तात्कालिक तौर पर दरोगा राजीव कुमार को निलंबित कर दिया गया है तथा महिला के साथ जो मारपीट की गई थी उसकी विवेचना महिला थाना प्रभारी के द्वारा जारी है ताकि वास्तविकता का पता लगाया जा सके.

 

 

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