उत्तर प्रदेश के बलिया में एक बुजुर्ग पति द्वारा अपनी बीमार पत्नी को इस चिलचिलाती धूप में ठेले पर लिटा कर अस्पताल ले जाने वाली तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है.
इसका संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक जांच करने के अतिरिक्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं.
ऐसा बताया जा रहा है कि 60 वर्षीय सुकुल प्रजापति जो बलिया के चिलिकहर ब्लॉक के अन्दौर गांव के रहने वाले हैं.
#बलिया सुकुल प्रजापति अपनी पत्नी को नही बचा पाए,इनकी एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी,जिसका संज्ञान डिप्टी सीएम @brajeshpathakup जी ने लिया था,उसके बाद एम्बुलेंस व शव वाहन नही मिला,सुकुल रो रो कर अपनी व्यथा सुना रहे है @BalliaDm @myogiadityanath pic.twitter.com/mg9fmDCZ5X
— Neelesh chauhan (@NeeleshChauha) April 5, 2022
जब उनकी बीमार पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली तो वे खुद ही ठेले का का इंतजाम करके अपनी पत्नी को उस पर लादकर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गए यहां डॉक्टर ने एक इंजेक्शन देकर बिना पेपर और एंबुलेंस के जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
किंतु उनके पास पैसे ना होने के कारण यह पियरिया बाजार के पास ठेले पर ही लेटा कर पैदल घर गया और कुछ पैसे लेकर आया फिर अपनी पत्नी को ऑटो रिक्शा से जिला अस्पताल ले गया.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिला अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं मौजूद होने के बावजूद जांच के नाम पर सुकुल प्रजापति से ₹350 लिए गए.
किंतु यहां इलाज के दौरान उनकी पत्नी जोगनी की मृत्यु हो गई, कारगुजारी की हद तो तब हुई जब वहां के डॉक्टरों से
मौत के बाद शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग किया किंतु वहां के डॉक्टरों ने रात का हवाला देते हुए
प्राइवेट एंबुलेंस के द्वारा ही शव को ले जाने के लिए कहा, प्राइवेट एंबुलेंस के नाम पर सुकुल प्रजपति से 1100 रूपए भी लिए गए.
पीड़ित ने बताया कि वह कुछ महीने पहले ही आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन किया था किंतु अब तक नहीं मिला है.