संवैधानिक संस्थाओं को मिलने वाले हकों की धज्जियां खुले तौर पर उडाई जा सकती...
BY- पुण्य प्रसून बाजपेयी
याद कीजिये सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति को लेकर जब कोलेजियम का सवाल उठा तो सरकार ने जनहित का हवाला...
आइये! इस एकता दिवस सरदार पटेल को थोड़ा नजदीक से जानें।
BY-शोभित अवस्थी
“जब तक एक इंसान अपने अन्दर के बच्चे को बचाए रख सकता है तभी तक जीवन उस अंधकारमयी छाया से दूर रह सकता...
चुनाव…सत्ता …लूट के लोकतंत्र का सच है भूख और गरीबी
BY- PUNYA PRASUN BAJPAI
अगर लोकतंत्र का मतलब चुनाव है तो फिर गरीबी का मतलब चुनावी वादा होगा ही। अगर लोकतंत्र का मतलब सत्ता की...
युद्ध के हालात में तमाशबीन नहीं बनते, बंदूक उठाते हैं।
BY- नरेंद्र चौहान (सहयोगी- सुशील भीमटा)
एन्टी ड्रग फोर्स देश के भविष्य और हमारे युवाओं को लील रहे ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। ड्रग माफिया...
जीरो बजट खेती बनाम जीरो बजट बागवानी
BY-नरेन्द्र चौहान
खबर हिमाचल से-
महामहिम,
"धोती पहन के बागवानी नहीं होती "
हे महामहिम, आपको सादर प्रणाम, मैं आपकी प्रखर कार्यशैली व आक्रामक रूख क कायल हूं।...
लोकतंत्र की जगह तानाशाही की वक़ालत कर रहे थे अजीत डोभाल?
BY- उर्मिलेश,वरिष्ठ पत्रकार
अक्सर देखा गया है कि जब पूर्व राजघरानों से जुड़ा कोई व्यक्ति, रिटायर सेनाधिकारी या सेवानिवृत्त अफ़सर लोकतांत्रिक राजनीति या सत्ता संरचना का...
रोशनी प्रधानमंत्री से आ रही है, इसलिए पुलिस आईबी को पीट रही है
BY-RAVISH KUMAR
रोशनी नहीं है, अंधेरा दिख रहा है’ – प्रधानमंत्री मोदी
‘रोशनी आपसे आ रही है प्रधानमंत्री जी’ – आनंद महिंद्रा
महान भारत की बर्बादी के...
क्यों महत्वपूर्ण है सुप्रीम कोर्ट में कल की सुनवाई?
BY-PUNYA PRASUN BAJPAI
जब 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी बरी हो गये और कोयला खादान घोटाले में कोई जेल नहीं पहुंचा तो सवाल सीएजी...
जब संविधान की धज्जियाँ उड़ती हैं, तब रात को जूते की टाप सुनाई देती...
BY-RAVISH KUMAR
जब भारत की जनता गहरी नींद में सो रही थी, तब दिल्ली पुलिस के जवान अपने जूते की लेस बाँध रहे थे। बेख़बर...
सीबीआई की पार्वती और पारो में किसे चुनेंगे देवदास हुज़ूर
BY-RAVISH KUMAR
आपने फ़िल्म देवदास में पारो और पार्वती के किरदार को देखा होगा। नहीं देख सके तो कोई बात नहीं। सीबीआई में देख लीजिए।...