- नवजात शिशु को अपनों ने फेंका लवारिश, गैरों ने दिया पनाह
कहते हैं जाको राखे साईंया, मार सके ना कोय…यह पंक्ति घर के पीछे फेंके गये नवजात पर सटीक बैठ रही है.
एक मां अपने नवजात को जन्म देने के कुछ दिन बाद एक घर के पीछे खुले आसमान के नीचे पालीथिन में लपेटकर फेंक दिया.
उस समय बारिश हो रही थी और पारा भी 15 डिग्री था. कड़ाके की ठंड को हराकर नवजात जीवित रहा. बच्चे के रोने की आवाज सुन महिला पहुंची और उसे अस्पताल पहुँचाया.
बताते चलें कि दतिया गांव में पांचुड़ी बाई के घर के पीछे बीते रविवार शाम करीब सात बजे नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी.
इस पर महिला ने अपने भतीजे अखिलेश को सूचना दिया. दोनों ने घर के पीछे जाकर देखा कि एक नवजात पालीथिन लपेट कर फेंका गया है, जिसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को जानकारी दिया.
सूचना पर पहुंची राजगढ़ पुलिस नवजात को सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डॉकटर ने
जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया, घटना मध्यप्रदेश के धार जिला अंतर्गत राजगढ़ थाने के दतिया गांव बतायी जा रही है.
आठ से दस दिनों का है बच्चा:
अज्ञात माता-पिता नवजात बच्चे को असुरक्षित स्थान पर छोड़कर चले गए. इस पर दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध राजगढ़ थाने में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है.
बच्चे के वास्तविक माता-पिता की खोज की जा रही है. जिला अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि नवजात आठ से दस दिन का होगा, उसका इलाज चल रहा है, हालत में सुधार है.