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गोरखपुर: ‘राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद’ के संस्थापक कर्मचारियों के मसीहा, पूर्व विधान परिषद सदस्य स्वर्गीय बीएन सिंह के 24 वी पुण्यतिथि डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ भवन में मनाई गई

जिसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव एवं संचालन मंडल अध्यक्ष गोविंद जी ने किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंजी. राम समुझ शर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष डिप्लोमा इंजीनियरिंग मौजूद रहे.

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए रूपेश श्रीवास्तव ने बताया कि स्वर्गीय सिंह कर्मचारियों के मसीहा थे. अपने संघर्षों के बल पर उन्होंने कर्मचारी राजनीति से लेकर सदन की राजनीति में अपना झंडा बुलंद किया.

आज जब सरकारें पुरानी पेंशन सहित हमारे सभी हक छीन रही हैं तो हमें स्वर्गीय बीएन सिंह के दिखाए मार्ग पर चलकर अपना सारा हक वापस लेना होगा.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष इंजीनियर रामसमूझ शर्मा ने कहा कि स्वर्गीय बीएन सिंह अपने संघर्ष के बल पर सरकारों को झुका देते थे.

1986 के आंदोलन में श्री सिंह 02 महीने जेल में रहे, मुकदमा झेले लेकिन अन्तत: अपने संघर्ष के बल पर सरकार को झुकाए और सरकार को हमारी सभी मांगे माननी पड़ी.

सभा का संचालन कर रहे मंडल अध्यक्ष गोविंद जी ने कहा कि संघर्ष ही बीएन सिंह की पहचान थी. इसलिए हमें संघर्ष के पथ पर निरंतर आगे बढ़ना होगा.

केंद्रीय नेतृत्व द्वारा 21 मई के मशाल जुलूस कार्यक्रम में गोरखपुर जनपद के सभी कर्मचारी/शिक्षक संगठनीय भेदभाव भुलाकर मशाल जुलूस में

शामिल होकर अपनी ताकत दिखाएं अन्यथा बुढ़ापे में यह सरकार उन्हें भीख का कटोरा पकड़ा देगी, जिसका सबसे बड़ा खामियाजा एनपीएस कर्मचारियों को भुगतना पड़ेगा.

इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह, मदन मुरारी शुक्ला, कृष्ण मोहन, गुप्ता तारकेश्वर शाही, कनिष्क गुप्ता, भारतेंदु यादव, ई० डीके सिंह,

ई० उमाशंकर गुप्ता, ई० वीरेन्द्र, ई० मैथिली शरण गुप्त, अमरनाथ, धर्मनाथ, बाबूलाल, सुदर्शन, बलराम, अशोक पांडेय, महेंद्र चौहान, श्याम नारायण शुक्ल आदि मौजूद रहे.

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