लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को रिझाने तथा अपने पक्ष में मतदान करने के लिए अभी से रणनीति बनाते नजर आ रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया है कि सर्वेक्षण रिपोर्ट तथा बातचीत के आधार पर 90% लोगों ने पीडीए (पिछड़ा, दलित तथा अल्पसंख्यक) पर भरोसा जताया है.
इसमें पिछड़ों का प्रतिशत 49%, दलित 16%, चार अगड़े व 21% अल्पसंख्यकों का विश्वास है अल्पसंख्यकों की अगर बात करें तो इसमें मुस्लिम, सिख, इसाई, बौद्ध, जैन, तथा आदिवासी शामिल हैं.
यही वजह है कि भाजपा दबाव में है जिसके कारण वह ना तो कोई अपना समीकरण बैठा पा रही है और ना ही गणित.
भाजपा के पिछले सारे फार्मूले इस बार फेल हो चुके हैं क्योंकि जिस तरीके से भाजपा की नीतियों से किसान, मजदूर, छात्र, राज्य और केंद्र के कर्मचारी तथा
महिला पहलवानों की दुर्दशा उजागर हुई है वह किसी से छिपी नहीं है. मणिपुर की दर्दनाक घटनाएं, मां-बेटी को जलाने के कांड जैसे
अन्य अनगिनत नारी अपमान की घटनाओं को लेकर भाजपा समर्थक महिलाएं शर्मिंदा हैं.नई नौकरी या भर्ती की उम्मीद लगाए बैठे युवा हताश हैं, ऐसे में वे सिर्फ भाजपा को हराने और हटाने के लिए ही वोटिंग करेंगे.