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मिली सूचना के मुताबिक बिहार की राजधानी पटना से बहुत ही हैरान कर देने वाली घटना का खुलासा हुआ है. यहां दसवीं में पढ़ने वाले गौरव नाम के एक छात्र ने अपने मोबाइल पर पब्जी गेम खेलने के लिए अपने ही अपहरण का षड्यंत्र बिछा दिया.

इसके लिए उसने अपनी मां से ₹500000 की फिरौती की मांग किया जिसका उपयोग वह अपने लिए एक अच्छा मोबाइल खरीदने तथा क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन लेने के लिए करना चाह रहा था.

ऐसा पता चला है कि गौरव ने पब्जी खेल के दौरान कई नए लोगों से उसकी दोस्ती हुई जिसके लिए उसने ₹31000 का मोबाइल ऑर्डर किया था,

किन्तु उसके पास पैसे नहीं थे. ऐसे में उसने अपने अपहरण की मनगढ़ंत कहानी फ्रैम किया. यूट्यूब वीडियो के माध्यम से उसने पता लगाया था कि व्हाट्सएप कॉल करने पर पुलिस लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाती है.

इसलिए उसने तकनीकी गत रूप से इस तरीके का जाल बिछाया किंतु हम जानते हैं कि अपराध करने वाला अपराधी कितना भी दिमाग लगा ले किंतु वह कानून से आगे नहीं जा सकता.

फोन कॉल के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आ गई और उसके लोकेशन को ट्रेस करके उसको गिरफ्तार कर लिया.

गौरव ने स्वयं के बारे में बताया कि वह अख़बार और इंटरनेट के माध्यम से उसने कई तरह के लड़कों से दोस्ती किया तथा इस तरह की जालसाजी करने का गुण अपने अंदर विकसित किया.

जब वह घर से निकला था तो उसके पास सिर्फ 1500 रुपए ही थे, सोचने का विषय यह है कि आजकल के बच्चे दिनों दिन विकसित होते तकनीकी का किस कदर नकारात्मक उपयोग कर रहे हैं.

तथा वे नैतिकता और सामाजिक मूल्य को भूलते जा रहे हैं, निश्चित तौर पर यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक गलत माहौल तैयार हो रहा है जिस पर शीघ्र ही बड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.

विदेशी खेलों की अगर बात करें तो शायद आपको ब्लू व्हेल गेम तथा अब खेले जाने वाले पब्जी किस तरीके से बच्चों को बर्बाद कर रहे हैं यह किसी से छिपा नहीं है.

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