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गोरखपुर: यह एक सामान्य कहावत है कि व्यक्ति की आयु तो सुनिश्चित है किंतु उसके कर्मों का परिणाम अमर है.

शायद यही वजह है कि व्यक्ति मरने के बाद भी समाज में तो नहीं रहता किंतु उसके किए गए कार्य, लोगों के प्रति निष्ठा उसे अमर बना देती है.

कुछ ऐसा ही रक्त वीर, समाजसेवी, लोगों के चहेते संतोष साहनी के विषय में भी कहा जा रहा है.

महानगर युवा समाजसेवी एवं रक्तदाता संतोष साहनी की स्मृति में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन गुरूद्वारा जटाशंकर में किया गया.

इस अवसर पर शहर के तमाम समाजसेवियों ने एकत्रित होकर स्वर्गीय संतोष के सामाजिक जीवन को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

गुरूद्वारा में सर्वप्रथम बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच गुरूबाणी कीर्तन पाठ एवं अरदास कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ‘उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी’ के सदस्य जगनैन सिंह नीटू ने कहा कि-

“संतोष साहनी अल्पायु में ही विगत दिनों एक भीषण मार्ग दुर्घटना की चपेट में आकर हम सब को छोड़ कर चले गए, यह असहनीय है

क्योंकि जिस नि:स्वार्थ भाव के साथ समाज के हर तबके के साथ मिलकर संतोष समाज के लिए समर्पित थे उसे कभी कभी पूरी नहीं की जा सकेगी.”

कार्यक्रम में सभी लोगों ने संतोष साहनी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार जसपाल सिंह ने की.

इस मौके पर अशोक मल्होत्रा, अरविंद हरी गुप्ता, डॉक्टर धीरेंद्र राय, पार्षद बबलू गुप्ता, चंद्रमोहन साहनी, मैनेजर रजिंदर सिंह,

डॉक्टर संजीव गुलाटी, हेमंत चोपड़ा, रघुवीर सिंह, नंदलाल लखमानी, भूपेंद्र सिंह बब्बल, राजकुमार मदान, एडवोकेट मुकेश,

राजेंद्र सिंह सैनी, हरप्रीत सिंह साहनी, श्रीमती निर्मल साहनी, बलविंदर कौर, आशीष नंदन सिंह, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रवीण आनंद सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे.

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