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गोरखपुर: बीते 26 फरवरी, 2024 को विश्वविद्यालय द्वारा किए गए जातिवादी पोस्ट जिसमें इस देश की बहुसंख्यक आबादी को ‘टॉयलेट ऑर्गन्स’

बोलकर अपमानित किया गया जिसके बाद से ही असुर छात्र संगठन एक्शन में है. पहले विश्वविद्यालय कुलपति को ज्ञापन सौंप कर जांच की मांग किया

किन्तु जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो चरणबद्ध आंदोलन के दूसरे चरण में जिला अधिकारी महोदय को ज्ञापन सौंपा और यह चेताया कि

यदि इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं लिया गया तो तो तीसरे चरण का आंदोलन इससे भी बड़ा और व्यापक होगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं जिला प्रशासन की होगी. 

पूरे प्रकरण को लेकर असुर छात्र संगठन ने अपने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन पर हल्ला बोलते हुए घंटो प्रदर्शन किया.

जिला अधिकारी की जगह उनके द्वारा नियुक्त एसडीएम महोदय छात्रों का ज्ञापन लेने आए. इन्हें मामले से अवगत कराया और नहीं करवाई होने पर उग्र आंदोलन की बात कही.

इस दौरान पूरे आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आकाश पासवान ने मोर्चा खोल दिया और कहा कि अब लड़ाई विश्वविद्यालय से आमने-सामने होगी.

विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यह संविधान का युग है. यहां ना हम तुमसे डरने वाले हैं, ना पीछे हटने वाले हैं.

यदि आत्म सम्मान की आई तो हमारा छात्र संगठन किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है. इस पूरे मामले में संलिप्त दोषियों को सजा दिलवाना ही हमारा अंतिम उद्देश्य है.

आकाश ने यह आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन बेशर्मी की सारी हदों को पार कर चुका है.  मामले को इतना हाईलाइट करने के बाद भी

विश्वविद्यालय की अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई और साथ ही साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और सो कॉल्ड दलित नेता

अपनी चेतना को मार कर मूकदर्शक बने हैं, क्योंकि वो डरते हैं! ईंट का जवाब पत्थर से लेने के लिए तैयार रहो विश्वविद्यालय.

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