- प्रदेश के हर थाने पर महिला हेल्प डेस्क की होगी स्थापना
- वीमेन पावर लाइन 1090 को भी अधिक प्रभावी बनाने पर होगा जोर
मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ रहे हिंसक घटनाएं तथा सामूहिक दुष्कर्म के मामलों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का ध्यान खींचा है.
यहाँ तक कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान कानून व्यवस्था को देखकर इसे जंगलराज भी कहा जाने लगा है. इस संदर्भ में महिला अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार में कानून की सख्ती के साथ जन जागरण अभियान चलाने का निर्णय किया है.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आने वाली नवरात्रि में 17 अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक नारी सशक्तिकरण के लिए ‘मिशन शक्ति अभियान’ चलाने का निर्देश दिया है.
इसके अंतर्गत ग्राम पंचायत से लेकर औद्योगिक इकाइयों तक, स्कूल, केंपस, सरकारी विभागों तक, दुर्गा पंडालों से लेकर रामलीला के मंच तक, हर जगह महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के भाव को बढ़ाने के लिए यह मिशन कार्य करेगा.
सरकार के इस काम को सफल बनाने के लिए पुलिस विभाग के साथ-साथ बेसिक, उच्च, माध्यमिक, प्राविधिक शिक्षा विभाग सहित, महिला एवं बाल विकास, एमएसएमई तथा निजी व गैर सरकारी संस्थाएं सहयोग करेंगी.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बताया कि- “महिला सुरक्षा, गरिमा और सशक्तिकरण को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है मिशन शक्ति इसका आधार बनकर कार्य करेगा.” इस संपूर्ण अभियान में जागरूकता पर सर्वाधिक बल दिया जाएगा.
इसके अंतर्गत अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे तथा लघु फिल्म प्रदर्शन, सुरक्षा शपथ, नुक्कड़ नाटक, महिलाओं से जुड़े कानूनों का प्रचार को बढ़ावा देने के अतिरिक्त सफल महिलाओं की प्रेरक कहानियां भी प्रसारित की जाएगी,
ताकि लोग उनकी उपलब्धियों से वाकिफ हों और उन्हें सम्मान देकर वर्तमान पीढ़ियों को गौरवान्वित और प्रेरित करने का आधार बन सके.