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पर्यटन और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल दूरदराज के समुदायों को सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने वाले भारतीय संगठन ने कोविड-19 महामारी के बीच में जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता है.

आपको बता दें कि जीएचआई (ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन) दुनिया का पहला संगठन है जो प्रौद्योगिकी और पर्यटन का इस्तेमाल दूरदराज के समुदायों तक सौर ऊर्जा पहुंचाने का कार्य करता है.

इस संगठन ने संयुक्त राष्ट्र के द्वारा यूनाइटेड नेशन ग्लोबल क्लाइमेट एक्शन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. दरअसल भौगोलिक बनावट की वजह से हिंदूकुश इलाके में रह रहे लगभग 1.6 करोड़ लोगों के पास बिजली नहीं है.

ऐसे में इन इलाकों के लोगों को सौर पैनल खरीदने, परिवहन स्थापित करने, ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने में कई तरह के टूल्स उपलब्ध कराने के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराने कार्य किया है.

इस ऑपरेशन के दो पहलू सामने नजर आए- पहला, तो यह कि लोग ऊर्जा के नवीनतम संसाधनों से लवरेज हो सके और दूसरा उनमें नई तकनीकी को इस्तेमाल करने की समझ विकसित हो सकी है.

जी एच आई ने अब तक भारत के तीन क्षेत्रों के 131 गांव का विद्युतीकरण किया है और इसका सीधा असर 60000 ग्रामीणों पर पड़ा है. इसके लिए धन जुटाने में हिमालय अभियान के तहत 60 देशों के 13 सौ से अधिक यात्री शामिल हुए.

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